कहानी विश्वास की

                   कहानी विश्वास की


दोस्तों आपको मैं एक कहानी सुनाने जा रहा हूं तो कहानी कुछ ऐसी है कि एक लड़की होती है बहुत ही प्यारी सी अब मुझे तो बहुत प्यारी लगती है.. उसका नाम होता है खुशी कुमारी गुप्ता वह देखने में तो ठीक-ठाक थी लेकिन बातें करने में बहुत ही होशियार लड़कों को तो हंसा हंसा के फसा लेने का दम रखती थी । खैर तो कहानी इस प्रकार है कि वह लड़की के पास जॉब नहीं थी वह चाहती थी कि उसे जॉब मिल जाए क्योंकि वह अपने शहर से दूर अपने पति से दूर रहती थी एक अनजान ना शहर में युवा यहां इसीलिए आई थी ताकि आर्थिक रूप से अपने घर की कुछ मदद कर सकें अपने घर के लोगों की मदद करके उसको अच्छा महसूस होता था लेकिन शहर में भी उसको कोई ऐसा काम नहीं मिल रहा था कि वह इतना पैसा बचा पाए कि घर वालों की मदद कर सके।

एक दिन वह अख़बार में इश्तिहार पड़ती है के किसी बुजुर्ग दंपति को सेविका चाहिए जो उनकी दवा आदि छोटे-मोटे कार्य में सहायता कर सकें मुख्य काम उसका देखभाल का ही था जिसके पैसे भी बहुत ही अच्छे खासे मिल रहे थे तो उसे लगा कि यह काम तो आसान है और उसके लिए बेहतर भी क्योंकि वह सारे काम करके तंग आ चुकि थी।
 इसी वजह से खुशी ने इश्तिहार वालों देने वाले से मिलने का फैसला किया।

विज्ञापन देने वाले बुजुर्गों का वकील जो कि बहुत ही हैंडसम था जिसका नाम sam था उसने खुशी को बूढ़े बुजुर्ग दंपति के घर के पास उसको छोड़ा यह जगह काफी शांत थी शहर से काफी दूर बिल्कुल प्राकृतिक वातावरण था।
दिखने में तो सब कुछ बहुत ही अच्छा लग रहा था लेकिन खुशी के दिमाग में कुछ शक था क्योंकि यह जगह कुछ ज्यादा ही शांत थी आस-पास कोई दिख नहीं रहा था सिर्फ एक घर था वह भी टूटा फूटा पुराना जिसमें वह दंपति रहते थे और जब उसने उन दोनों से मिली तो उसने देखा कि उनमें से पति बिल्कुल ही लाचार था उसके हाथ पैर काम नहीं करते हैं वह कुर्सी पर ही बैठा रहता है जैसे कि हमारे शरीर में फालिस का टाइप होता है कुछ इसी प्रकार उसका शरीर था

और खुशी मन लगाकर अपने काम करना चालू किया शुरू के 3 तो उसने काफी अच्छे से काम किया लेकिन उसके बाद में उसे कुछ अजीब लगने लगा क्योंकि वह बूढ़ा व्यक्ति उससे कुछ कहने की कोशिश करता रहता था हमेशा लेकिन वह उसकी बात को समझ नहीं पाती क्योंकि वह बोल भी नहीं सकता था सही से और अजीब यह था कि वह उसकी वाइफ जब चली जाती थी तभी वह बोलने की कोशिश करता था अन्यथा उसके सामने कुछ नहीं करता था इसी तरह ऐसा लगने लगा औरत है उसकी जान के दुश्मन है खैर उस ने इन बातों पर ज्यादा न ध्यान देते हुए अपने काम पर ध्यान दिया औ कई दिन बीत गए 5 दिन बाद उसने गौर किया कि वहां एक कमरा है जिसमें उसे जाने से मना किया गया जबकि बाकी सारे कमरे खुले हैं उस कमरे में ताला लगा हुआ था जब ताला लगा होता है तो  खुशी ने सोचा के अंदर में ऐसा क्या है जो हमसे दूर है व उसमें ताला लगाने की आवश्यकता पड़ गई वैसे भी घर में ऐसा क्या हो सकता है 1 दिन उसकी मालकिन के ना होने के समय उसने उस ताले को थोड़ा और देखा तो उसमें कुछ भी ऐसा नहीं था जो कि आर्थिक रूप से काम का हो वहां कुछ टूटे-फूटे बर्तन थे और हवन सामग्री टाइप की थी और कुछ किताबें पढ़ी हुई थी और कुछ पुराने कपड़े वगैरह थे वहां उसे एक छोटी सी किताब भी मिली और स्केलेटल भी मिले बच्चों के कुछ फोटोस मिली जो कि वहां पहले रहने वाले लोगों के होंगे शायद तो वह फोटो को उसने चुरा लिया और कमरे को वैसे ही बंद कर दिया इसके बाद में एक-दो दिन बाद उसने आसपास पड़ताल की इसमें जो फोटो में 2 लोग हैं यह कौन थे तो वहां से पता करने पर पता चला कि आज से लगभग 30 साल पहले यहां वह लोग रहते थे लेकिन अब पता नहीं
इसके बाद उसने जो वहां पड़ी हुई किताब पाई थी उसके बारे में जानकारी निकालने चारों की तो उसे पता चला कि वह काले जादू की किताब है और जो हवन सामग्री थे वह सामग्री भी ज्यादातर काले जादू में ही प्रयोग की जाने वाली थी उससे सब सोचकर बड़ा ही अजीब लगा कि एक बूढ़ा धम्मपद आखिर यह सब क्या और क्यों कर रहा है खैर उसमें अपने काम की ओर ध्यान दिया और इन सब चेक करो से दूर रहने का प्रयास करते रहे लेकिन उसके दिमाग में कहीं ना कहीं शक था कि कुछ तो गड़बड़ हो रही है क्योंकि बूढ़ा दंपत्ति में आपस की लड़ाइयां बढ़ती जा रही थी वह बुजुर्ग अपाहिज व्यक्ति महिला को देखकर कहीं डर जाता तो कहीं चिल्लाने लगता हालांकि उसकी आवाज निकलती नहीं थी लेकिन हुआ प्रयास पूरा करता था कुछ बोलने का यह सब बातें खुशी की रातों की नींद हराम कर रहे थे।

खुशी ने अपना शक दूर करने के लिए वहां कुछ किलोमीटर दूर पर एक काले जादू का सामान बेचने वाली औरत से संपर्क किया और इस बारे में जानकारी ली क्या यह सब वाकई में होता है तो उस औरत ने उसे काफी कुछ बताया कि हां काला जादू वाकई में होता है और कुछ लोग इसे करने में बहुत ही महारत हासिल किए होते हैं उसी से उस फोटो में दिखाए गए लोगों के बारे में पता चला वह भी अपने समय के बहुत ही उम्दा काले जादू करने वाले रखने वाले थे

अब उसे यकीन हो गया था कि कुछ तो गड़बड़ हो रही है
उसके बाद उसमें औरत के कामकाज पर निगाह रखनी चालू कर दी और उसे पता चला कि वह औरत काला जादू कर लेती है और उसने छुट्टी था वहां से प्राप्त की थी इनमें से किताब में काले जादू से बचने के उपाय लिखे थे
खाली समय में खुशी इन किताबों को पढ़ती थी ऐसे ही लगभग 20 दिन बीत गए अब खुशी ने फैसला किया था कि अगले महीने से वह काम नहीं करेगी और या घर छोड़ कर चली जाएगी लेकिन अचानक 1 दिन औरत उसके सामने हथियार लेकर बड़ा सच्चा को लेकर मारने के लिए आ गई अब और हाथ में कुछ काले जादू की सामग्री विधि अब खुशी ने किताबें पढ़ रखी थी तो वह तुरंत दौड़कर उसी कमरे में गई और वहां उसने आटे का गोल घेरा बनाया और उसके अंदर खड़ी हो गई और मंत्र का जाप करने लगे तो वह बाहर खड़ी औरत भी कुछ मंत्रों का जाप करने लगी
खुशी को लगता था कि वो इन उपायों से बच सकती है लेकिन जैसे ही बूढ़ी औरत की प्रक्रिया पूरी हुई खुशी और उस बूढ़ी औरत की आत्माएं बदल गई।
अब खुशी के पास बूढ़ा बदसूरत शरीर था
और नया शरीर पाकर उस बूढ़ी औरत ने खुशी को मार मार के अधमरा कर दिया और उसे भी उस बूढ़े आदमी की तरह पैरालाइज कर दिया।

बुढिया ने बताया कि ये किताब काले जादू से बचने की नहीं बल्कि उसमें फासने की है
और 22 दिन उसे इसलिए लग गए शरीर बदलने में क्योंकि काला जादू सिर्फ उन पर ही काम करता है जो इसमें विश्वास करते हों।

तभी 21 दिन तक उसे ऐसा माहौल दिया कि उसे भी काले जादू में भरोसा हो जाए
साथ ही तब तक वो वकील आ गया उसने बताया कि वो को फोटो खुशी को मिली थी वह उन दोनों की थी
30 साल पहले उन्होंने भी उन्होंने शरीर बदले थे।
लगभग 1 माह पहले ही बुढिया के पति ने अपनी आत्मा वकील सैम के शरीर में डाल ली थी ।

खुशी की हालत अब पूर्ण रूप से पैरालाइज वाली हो गई थी और बूढ़े शरीर के सही होने का भी कोई चांस नहीं
अब इस दंपति ने खुशी और दूसरे बूढ़े शरीर में कैद असली वाले वकील को मेंटल हॉस्पिटल भेज दिया।

इस कहानी में में यही बोलना चाहूंगा कि हमे इन सब काले जादू ,भूत ,पिशाच की  बातो को कभी महत्त्व नहीं देना चाहिए इनको मजाक से ज्यादा नहीं लेना चाहिए
क्योंकि कमजोर भावनाओ वालो को ये सब बाते बुरे प्रभाव डाल सकती है।

इस कहानी कि जादूगर बुढिया ने भी कहा था
 जब तक कोई इन सब चीजों पर विश्वास नहीं करता तब तक ये सब चीजें उस पे असर नहीं करती

I hope  you like the story
Keep smiling


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